फरीदाबाद। हरियाणा में विधानसभा चुनाव में बहुमत प्राप्त करने के बाद से ही राज्य में नई सरकार के गठन को लेकर भाजपा में मंथन शुरू हो गए हैं। अब फरीदाबाद को लेकर भी यह मंथन किया जा रहा है कि यहां से किसे मंत्रिमंडल में शामिल किया जाए। सूत्रों के हवाले से ऐसी खबर आ रही है कि भाजपा शीर्ष नेतृत्व के सामने इस समय मंत्री पद के लिए तीन नाम की चर्चा हो रही है। आईए जानते हैं कौन हैं वे तीन नाम :-
फरीदाबाद से मंत्री पद के लिए तीन नामों में सबसे पहले बल्लभगढ़ से तीसरी बार जीत कर आने वाले मूलचंद शर्मा हैं, दूसरे नंबर पर फरीदाबाद से दूसरी बार जीत कर आने वाले विपुल गोयल हैं और तीसरे नंबर पर तिगांव से दूसरी बार जीत कर आने वाले राजेश नागर शामिल हैं।
इन तीनों नेताओं के इतिहास की बात करें तो बल्लभगढ़ तीसरी बार चुनाव जीत कर हैट्रिक लगाने वाले विधायक मूलचंद शर्मा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सरकार के मंत्रिमंडल में कैबिनेट स्तर के परिवहन एवं खनन और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के मंत्री मंडल में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री रह चुके हैं। वह सरकार के मंत्रिमंडल के वरिष्ठता के क्रम में तीसरे नंबर के मंत्री थे। मूलचंद शर्मा केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के भी नजदीकी माने जाते हैं। उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी और दो बार की विधायक शारदा राठौर को 17874 मतों से हराया है। इसलिए वह सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं।
वहीं, अगर विपुल गोयल की बात करें फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र से दूसरी बार जीत दर्ज कराने वाले विपुल गोयल ने 48388 मतों से कांग्रेस प्रत्याशी लखन सिंगला को हराया है। वह 2014 में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल की कैबिनेट में उद्योग एवं पर्यावरण मंत्री रह चुके हैं। मंत्रिमंडल में वैश्य समाज के एक प्रतिनिधि को मंत्री बनाया जाना है, जबकि वैश्य समाज से कैबिनेट मंत्री कमल गुप्ता और राज्य मंत्री असीम गोयल दोनों चुनाव हार चुके हैं, ऐसे में यहां विपुल गोयल की दावेदारी पर भी मुहर लग सकती है। विपुल गोयल के भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से भी अच्छे संबंध हैं और उनका केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर से भी अब समझौता हो चुका है। इसलिए वह भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं।
मंत्री पद की रेस में तीसरे नंबर चल रहे तिंगाव से विधायक राजेश नागर ने निर्दलीय प्रत्याशी पूर्व विधायक ललित नागर को 37401 मतों से हराया है। इसके अलावा गुर्जर समुदाय से पिछले 10 वर्षों से मंत्रिमंडल में कंवरपाल गुर्जर प्रतिनिधित्व करते आ रहे थे। इस बार कंवरपाल गुर्जर चुनाव हार गए हैं, ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि मंत्री पद के लिए राजेश नागर को भी चुना जा सकता है।
मंत्री के रूप में जगह पाने वाले वालों की दौड़ में तीनों ही विधायकों की सबसे ज्यादा मजबूत दावेदारी दिखाई दे रही है। मंत्री किस विधायक को बनाया जाना है यह मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का अधिकार है। जल्द ही इससे संबंधित सूचनाएं आने की संभावना है।