उप्र.। समाजवादी पार्टी के मुखिया एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने एक्स हैंडल पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि ‘‘अंधभक्ति का ये हाल हो गया है कि लोग अब एसी से गिरते हुए पानी को भी प्रसाद मानकर पीने से नहीं हिचकिचाते। सोचिए, जब समाज इस हद तक पहुंच चुका है कि बिना सोचे-समझे किसी भी चीज को स्वीकार कर लेता है, तो क्या हम सच में उस स्थिति में पहुंच सकते हैं जहां हमें विश्वगुरु कहा जाए? ऐसी सोच और मानसिकता के साथ क्या हम आगे बढ़ सकते हैं, या फिर हमें अपने रास्ते पर पुनर्विचार करने की जरूरत है?’’
अंधभक्ति का ये हाल हो गया है कि लोग अब एसी से गिरते हुए पानी को भी प्रसाद मानकर पीने से नहीं हिचकिचाते। सोचिए, जब समाज इस हद तक पहुंच चुका है कि बिना सोचे-समझे किसी भी चीज को स्वीकार कर लेता है, तो क्या हम सच में उस स्थिति में पहुंच सकते हैं जहां हमें विश्वगुरु कहा जाए? ऐसी सोच… pic.twitter.com/fTNZkzjfpE
— Akhilesh Yadav (Son Of PDA) (@SocialistLeadr) November 3, 2024
दरअसल अखिलेश यादव ने जिस वीडियो को शेयर करते हुए यह तंज लिखा वह वीडियो बांके बिहारी मंदिर का बताया जा रहा है यह वीडियो काफी तेजी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक मंदिर में दीवार पर लगे हाथी के सिर वाली मूर्ति से पानी की बूंदें टपक रही हैं और कैसे भी करके श्रद्धालु उन बूंदों को पीने की जद्दोजहद कर रहे हैं। उस पानी को पी रहे हैं, सर पर रख रहे हैं और अपने आपको अंदर से तृप्त महसूस कर रहे हैं।
वीडियो बनाने वाले ने जब उनसे कहा कि यह चरणामृत नहीं एसी का पानी है फिर भी अपनी अंधभक्ति में लीन श्रद्धालुओं को इससे कोई मतलब नहीं है कि उस पानी से उनकी तबीयत भी बिगड़ सकती है।