Balia (UP): जनपद के तहसील-सिकंदरपुर अंतर्गत ग्राम-महथापार मे मंगलवार की दोपहर लगी भीषण आग से खेतों में रखा भूसा और झोपड़ी जल कर हुआ राख।पास मे स्थित बांसवाडी में भी लगी भयंकर आग। परंतु गांव वालों की तत्परता से बांसवाड़ी मे लगी आग पर काबू पा लिया गया।
लोगों के बताए अनुसार बलिया (यूपी) के सिकंदरपुर तहसील अंतर्गत-हरदिया गांव के किसानों द्वारा खेतों मे बचे हुए पराली को तड़के मंगलवार की सुबह जलाया गया था। पराली आग से धीरे धीरे जलता रहा। खेत मालिकों ने समझा की आग बुझ गई है।परंतु लगभग 11:30 बजे दोपहर मे आई तेज पछुआ हवा के चलते सुलगते ने विकराल रूप धारण कर लिया।किसान आग पर काबू पाते तब तक आग शोला बन कर हवा मे उड़ने लगा। तेज पछुआ हवा के साथ आग की चिंगारी ग्राम-महथापार के पश्चिम/दक्षिण दिशा मे स्थित पराली मे जा गिरी,और धुवां के साथ आग की लपटें तेज हो गई।
लोगों ने बताया कि आग की भयंकर लपटों को देखा तो उनके खून सुख गए।आनन/फानन मे लोगों को जो मिला वही लेकर आग बुझाने घरों से निकल पड़े।परंतु भयंकर आग की लपटें किसी को पास आने नही दिया।तब गांव वालों ने तत्काल सरकारी ट्यूबेल व पम्पिंग सेट में डिलेभरी पाइप लगाकर पानी का भरपूर प्रयोग कर आग पर काबू पा लिया गया।परंतु तबताक खेतों मे रखा गांव के ही अध्यापक अरुण वर्मा(मास्टर जी) का भूसा व जितेंद्र ठाकुर पुत्र किसून ठाकुर की झोपड़ी आग की गाल मे समा गई। उनका सब कुछ जल कर राख हो गया।लोगों द्वारा अथक प्रयास के बाद पप्पू तिवारी उर्फ ज्ञान प्रकाश तिवारी पुत्र ऋषिदेव तिवारी और टून टून तिवारी पुत्र सूर्यदेव तिवारी के बांसवाडी मे लगी भयंकर आग को काबू में कर लिया गया।गांव के लोगों के आपसी तालमेल व सुझबुझ से भयंकर अनहोनी घटना से बचा जा सका।
प्रदीप बच्चन (संवाददाता)