रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके करीबी लोगों के ठिकानों पर चुनाव से ठीक पहले हुई आयकर विभाग की छापेमारी पर सवाल खड़े किए। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि यह पार्टी चुनाव के दौरान संवैधानिक संस्थाओं का इस्तेमाल करती है। कहा कि मेरे इर्द-गिर्द रहने वाले लोगों के यहां छापेमारी की गई। हालांकि, अभी मैंने इसकी जानकारी नहीं ली है कि कहां-कहां छापेमारी हुई। क्या-क्या मिला।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों विरोधियों के यहां भी छापे पड़े थे। उनके यहां से क्या-क्या मिले। कितने पैसे मिले, इसकी भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लोग अरबों डकार गए, उनके खिलाफ कुछ नहीं होता। उन्होंने कहा कि झारखंड के अलावा भी चुनाव होते हैं। वहां भी केंद्रीय एजेंसियां इसी तरह की छापेमारी करती है।
उन्होंने पूछा कि चुनाव के बीच क्या ऐसी कार्रवाई वर्ष 2014 के पहले होती थी? उन्होंने कहा कि जिनके घर शीशे के होते हैं, वे दूसरों के घरों में पत्थर नहीं मारते. सीएम ने कहा कि इन लोगों ने शुरू किया है, तो राज्य की एजेंसी भी अपना काम कर रही है. उनके यहां भी पैसे मिल रहे हैं. ये लोग शुतुरमुर्ग की तरह सिर नीचे करके छिपे रहते हैं।
उन्होंने पूछा कि आज सबसे ज्यादा धनकुबेर किसके साथ हैं। हमारे साथ हैं क्या? सीएम ने कहा कि यह टॉम-जेरी का खेल जैसा है। पर जेरी के पास क्या मिलेगा, नहीं मिलेगा, यह तो समय बतायेगा। कुछ दिन पहले इन्होंने 30-40 जगहों पर छापेमारी की थी। 20 से 50 लाख रुपये भी नहीं मिले। क्या लोग अब घरों में कुछ हजार रुपये रख नहीं सकते।